कोई खिलौना इतना ताकतवर हो सकता है कि दंगे तक भड़का दे..ब्लड प्रैशर बड़ा दे...न जाने कितना नुकसान पहुंचा दे..WhatsApp के साथ यही हो रहा है। इसके अनगिनत फायदे हैं और अनगिनत नुकसान. अनुमान लगाएं तो लगता है कि 90 % लोग तो इसे मौज मस्ती के लिए कर रहे हैं। इंटरटेनमेंट के लिए कर रहे हैं लेकिन जो 10% हैं वो इसका बेजा इस्तेमाल कर रहे हैं। 5% तो इसका उपयोग अपने बिजनेस...अपने काम को सरल बनाने...अपने नाम-काम के फायदे के लिए कर रहे हैं। अब बचे 5% लोग..जो इसका दुरुपयोग घातक हथियार के रूप में कर रहे हैं। अफवाह फैलाने का सबसे बड़ा तंत्र बन चुका है WhatsApp।
एक बच्चे की मदद करने के लिए अपील WhatsApp पर घूम रही थी..पता चला कि ये अपील एक साल पहले शुरू हुई थी और अब बच्चा स्वस्थ भी हो चुका है। एक अफवाह कल जोरों से उड़ी कि मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान इस्तीफा देने वाले हैं और अगले सीएम होंगे...नरेंद्र सिंह तोमर या कैलाश विजयवर्गीय....तेजी से भोपाल से शुरू हुई अफवाह दिल्ली तक पहुंची...एक अफवाह चल रही है कि स्वाइन फ्लू की दवा पिलाने के बहाने कुछ लोग घर आएंगे और लूटपाट कर चले जाएंगे। ऐसी अफवाह जब सांप्रदायिक होती हैं तो दंगे तक भड़क जाते हैं। इसकी चपेट में यूपी से लेकर दिल्ली तक आ चुका है। मौज-मस्ती तक तो ठीक है लेकिन मजाक-मजाक में किसी की जान चली जाए..किसी का नुकसान हो जाए..कोई घातक कदम उठा बैठे..इससे गंभीर मसला और क्या हो सकता है। किसी की भी तस्वीर किसी के साथ भी जोड़कर उसे बदनाम करने का चलन भी खूब चल रहा है। ऐसी हरकत कर आप भले ही मजा ले लें लेकिन दूसरे की जिंदगी में कितना जहर घुल रहा है..इसका अंदाजा आपको नहीं होगा। हां..जब कोई भी किसी को भी निशाना बना रहा है तो आप भी उसका शिकार हो सकते हैं। दरअसल WhatsApp ने क्रिएटिविटी के सारे दरवाजे खोल दिए हैं और छोटे-छोटे बच्चे भी खेल-खेल में खतरनाक हथियार बनाकर सप्लाई कर दे रहे हैं। इसलिए पहले सोचे-समझें फिर रियेक्ट करें..नहीं तो नुकसान उठा लेंगे क्योंकि कुछ ही पलों में ये अफवाह देश-विदेश में पहुंचने से कोई रोक नहीं सकता। एक बार तीर कमान से निकला नहीं..कि इतनी दूर तक जाएगा कि आप अनुमान भी न लगा पाएंगे।इसलिए WhatsApp करें पर WhatsDown नहीं....बाकी फिर......
एक बच्चे की मदद करने के लिए अपील WhatsApp पर घूम रही थी..पता चला कि ये अपील एक साल पहले शुरू हुई थी और अब बच्चा स्वस्थ भी हो चुका है। एक अफवाह कल जोरों से उड़ी कि मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान इस्तीफा देने वाले हैं और अगले सीएम होंगे...नरेंद्र सिंह तोमर या कैलाश विजयवर्गीय....तेजी से भोपाल से शुरू हुई अफवाह दिल्ली तक पहुंची...एक अफवाह चल रही है कि स्वाइन फ्लू की दवा पिलाने के बहाने कुछ लोग घर आएंगे और लूटपाट कर चले जाएंगे। ऐसी अफवाह जब सांप्रदायिक होती हैं तो दंगे तक भड़क जाते हैं। इसकी चपेट में यूपी से लेकर दिल्ली तक आ चुका है। मौज-मस्ती तक तो ठीक है लेकिन मजाक-मजाक में किसी की जान चली जाए..किसी का नुकसान हो जाए..कोई घातक कदम उठा बैठे..इससे गंभीर मसला और क्या हो सकता है। किसी की भी तस्वीर किसी के साथ भी जोड़कर उसे बदनाम करने का चलन भी खूब चल रहा है। ऐसी हरकत कर आप भले ही मजा ले लें लेकिन दूसरे की जिंदगी में कितना जहर घुल रहा है..इसका अंदाजा आपको नहीं होगा। हां..जब कोई भी किसी को भी निशाना बना रहा है तो आप भी उसका शिकार हो सकते हैं। दरअसल WhatsApp ने क्रिएटिविटी के सारे दरवाजे खोल दिए हैं और छोटे-छोटे बच्चे भी खेल-खेल में खतरनाक हथियार बनाकर सप्लाई कर दे रहे हैं। इसलिए पहले सोचे-समझें फिर रियेक्ट करें..नहीं तो नुकसान उठा लेंगे क्योंकि कुछ ही पलों में ये अफवाह देश-विदेश में पहुंचने से कोई रोक नहीं सकता। एक बार तीर कमान से निकला नहीं..कि इतनी दूर तक जाएगा कि आप अनुमान भी न लगा पाएंगे।इसलिए WhatsApp करें पर WhatsDown नहीं....बाकी फिर......