क्या आप ज्यादा कमाई करना चाहते हैं, क्या आप ऐसा business तलाश रहें हैं जिसमें बिलकुल मेहनत न हो और earning भरपूर हो, ऐसा मुमकिन है और नौकरी और धंधे से आसान है, जिसमें पूंजी भी बिलकुल नहीं लगानी है और कमाई लगातार बढ़ती जानी है, न भी बढ़े तो आपका कुछ लगना नहीं है और अगर काम चमक गया तो न केवल आपका मान-सम्मान बढ़ेगा, आप इतने famous हो जाएंगे कि मीडिया आपका इंटरव्यू लेगी, आप उन्हें विज्ञापन देंगे, बड़े-बड़े नेता, अफसर, बिजनेस मेन आपके पैर छुएंगे और कमाई इतनी होगी कि साल दो साल में तो आप करोड़ों गिनेंगे, इसके लिए आपको पूरी टीम रखनी पड़ेगी। आपका अपना स्टाफ होगा, एकाउंटेंट होगा, सीए होगा, बेवसाइट होगी, मैनेजर होंगे और सेवकों की तो कोई कमी नहीं रहेगी, यहां तक कि आपको वक्त ही नहीं होगा कि कहां जाएं, कहां न जाएं, किसे time दें किसे न दें..जिंदगी कुछ ही साल में व्यस्त हो जाएगी....
अब मैं रहस्य से पर्दा खोल ही देता हूं, पहेलियां नहीं बुझाता हूं, कमाई और सम्मान का सबसे आसान जरिया है कि यदि पुरुष हैं तो निर्मल बाबा बन जाओ, आसाराम बन जाओ, और भी साधु-संत हैं जिनका नाम लूंगा तो उनके भक्त मुझे ही निशाना बना देंगे, यदि महिला हो तो सबसे आदर्श राधे मां हैं, जो पहले क्या करती थीं और अब उनकी हर स्टाइल पर चर्चा हो रही है, मीडिया चला रही है, सोशल मीडिया भी पीछे पड़ा है चारों तरफ जय-जयकार है।
यदि आपसे कोई अनाथ बच्चा पांच-दस रुपए कुछ खाने के लिए मांगे, अगर कोई विकलांग आपसे मदद मांगे, यदि कोई रिक्शेवाला बीस की जगह पच्चीस रुपए मांगे तो आप उसे झिड़क देंगे, उस पर पिल पड़ेंगे, उसकी हिंदी-इंगिलश कर देंगे, सारा अपना ज्ञान-रुतबा उस पर उड़ेल देंगे। हर रोज बड़े-बड़े आदमी, बिजनेस मैन एक-एक रुपए के लिए हायतौबा मचाते हुए आपको सड़क पर नजर आएंगे, हम भी करते हैं, यदि एक रुपया कोई ज्यादा ले रहा है या दे रहा है तो हम उसे छोड़ते नहीं हैं लेकिन जहां भक्ति का सवाल आएगा तो सौ-दो सौ रुपए तो मामूली है, कर्जा चढ़ा है लेकिन साधू-संत के लिए फल-मेवे से लेकर रुपए लेकर उसके चरणों में बिछ जाएंगे, कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, कितनी ही दूर चले जाएंगे, कितना ही समय दे देंगे।
दरअसल जब खुद को कमजोर पाते हैं तो दूसरे का सहारा लेते हैं और ईश्वर के नाम पर तो हम बिलकुल किसी के भी शरणागत हो जाते हैं चाहे वो ईश्वर की खातिर अपनी खातिरदारी में लगा हो, तो सलाह यही है कि कम से कम भारत में तो ढोगी बाबा बनने से अच्छा और आसान कोई उपाय है नहीं, यहां तक कि नोएडा के बड़े बिल्डर न तो बार खोलकर इतनी कमाई कर पाए और न ही बिल्डिंग बनाकर, हां, बाबा बनकर वो साल-दो-साल में जरूर अपने सारे पाप धो लेंगे और बिना पूजी के, बिना इनकम टैक्स के, बिना पुलिस के, बिना सरकार के मालामाल हो जाएंगे और जो उनसे लूटते थे, वहीं इनके चरण पकड़कर इन्हें ही दे जाएंगे, तो मेहनत न कर पाओ, ईमानदारी न बरत पाओ, कम कमाई में ज्यादा संतुष्ट न रह पाओ, दाल रोटी में मन न लगे तो you can earn more money by this way....बाकी फिर....ये भी पढ़िए..bhootstoryworld.blogspot.com whatappup.blogspot.com
अब मैं रहस्य से पर्दा खोल ही देता हूं, पहेलियां नहीं बुझाता हूं, कमाई और सम्मान का सबसे आसान जरिया है कि यदि पुरुष हैं तो निर्मल बाबा बन जाओ, आसाराम बन जाओ, और भी साधु-संत हैं जिनका नाम लूंगा तो उनके भक्त मुझे ही निशाना बना देंगे, यदि महिला हो तो सबसे आदर्श राधे मां हैं, जो पहले क्या करती थीं और अब उनकी हर स्टाइल पर चर्चा हो रही है, मीडिया चला रही है, सोशल मीडिया भी पीछे पड़ा है चारों तरफ जय-जयकार है।
यदि आपसे कोई अनाथ बच्चा पांच-दस रुपए कुछ खाने के लिए मांगे, अगर कोई विकलांग आपसे मदद मांगे, यदि कोई रिक्शेवाला बीस की जगह पच्चीस रुपए मांगे तो आप उसे झिड़क देंगे, उस पर पिल पड़ेंगे, उसकी हिंदी-इंगिलश कर देंगे, सारा अपना ज्ञान-रुतबा उस पर उड़ेल देंगे। हर रोज बड़े-बड़े आदमी, बिजनेस मैन एक-एक रुपए के लिए हायतौबा मचाते हुए आपको सड़क पर नजर आएंगे, हम भी करते हैं, यदि एक रुपया कोई ज्यादा ले रहा है या दे रहा है तो हम उसे छोड़ते नहीं हैं लेकिन जहां भक्ति का सवाल आएगा तो सौ-दो सौ रुपए तो मामूली है, कर्जा चढ़ा है लेकिन साधू-संत के लिए फल-मेवे से लेकर रुपए लेकर उसके चरणों में बिछ जाएंगे, कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, कितनी ही दूर चले जाएंगे, कितना ही समय दे देंगे।
दरअसल जब खुद को कमजोर पाते हैं तो दूसरे का सहारा लेते हैं और ईश्वर के नाम पर तो हम बिलकुल किसी के भी शरणागत हो जाते हैं चाहे वो ईश्वर की खातिर अपनी खातिरदारी में लगा हो, तो सलाह यही है कि कम से कम भारत में तो ढोगी बाबा बनने से अच्छा और आसान कोई उपाय है नहीं, यहां तक कि नोएडा के बड़े बिल्डर न तो बार खोलकर इतनी कमाई कर पाए और न ही बिल्डिंग बनाकर, हां, बाबा बनकर वो साल-दो-साल में जरूर अपने सारे पाप धो लेंगे और बिना पूजी के, बिना इनकम टैक्स के, बिना पुलिस के, बिना सरकार के मालामाल हो जाएंगे और जो उनसे लूटते थे, वहीं इनके चरण पकड़कर इन्हें ही दे जाएंगे, तो मेहनत न कर पाओ, ईमानदारी न बरत पाओ, कम कमाई में ज्यादा संतुष्ट न रह पाओ, दाल रोटी में मन न लगे तो you can earn more money by this way....बाकी फिर....ये भी पढ़िए..bhootstoryworld.blogspot.com whatappup.blogspot.com