Thursday, September 3, 2015

पति, पत्नी और वो

एक छोटी सी खबर है..लेकिन है घर-घर की कहानी..भले ही इस खबर को मीडिया प्रमुखता से न ले..लेकिन हर घर में.हर दफ्तर में...हर उम्र के लोगों में..ये लत असर डाल रही है। पहले आप खबर पढ़ लीजिए..लखनऊ में पत्नी ने अपनी पति की थाने में शिकायत कर दी..पति को भी थाने बुलवा लिया गया। पत्नी का कहना था कि शादी को दस साल हो गए..पहले उनके पति बहुत प्यार करते थे..उन्हें समय देते थे..उनकी बात सुनते थे लेकिन अब बिलकुल बात नहीं करते..कोई सवाल करो..तो जवाब नहीं देते..

हर वक्त या तो फेसबुक पर लगे रहते हैं या फिर कैंडी क्रश गेम खेलते रहते हैं। जब भी कुछ कहो..तो कहते हैं अभी कुछ सर्च कर रहा हूं। शादी के बाद मैंने अपनी नौकरी छोड़ दी ताकि पति के साथ ज्यादा वक्त बिताऊं लेकिन पति को जब से सोशल मीडिया और गेम का चस्का लगा है। बात करनी ही छोड़ दी है। इससे कलह होने लगी है। इसी खबर के साथ एक और खबर है कि तमिलनाडू में डीएम की मौजूदगी में किसानों की समस्याएं सुनी जा रही थीं और एक महिला अफसर कैंडी क्रश खेलने में जुटी हुई थीं। किसी ने उनका वीडियो बना लिया और वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद उन महिला अफसर से जवाब-तलब किया गया।
ये समस्या अब एक घर की नहीं..घर-घर की है। दफ्तरों की भी है। हमारे कई मित्र हैं..सरकारी दफ्तर में काम कर रहे हैं..प्राइवेट संस्थान में काम कर रहे हैं..लेकिन दिन भर फेसबुक और वाटसएप पर जुटे रहते हैं। दनादन पोस्ट डालते रहते हैं। बच्चों का तो और बुरा हाल है..स्कूल से आने के बाद पहले टीवी चलती थी..अब मोबाइल पर चिपके रहते हैं। दिन भर या तो सेल्फी बनाते हैं..या फिर चैटिंग करते हैं या फिर गेम खेलते रहते हैं। टाइम पास..शौक तक तो ठीक है लेकिन जब आपकी पढ़ाई प्रभावित होने लगे..घर का कामकाज प्रभावित होने लगे या फिर दफ्तर के कामकाज में लापरवाही बरतने लगे..तो ठीक नहीं..

कहते हैं कि हर चीज की कमी और हर चीज की अति खराब होती है..वो सोशल मीडिया के साथ भी है। जब आप फ्री हैं..जब जरूरी है..अपडेट होना है..तो बात समझ में आती है लेकिन अपना मूल काम छोड़कर दिन भर और रात भर अगर मोबाइल पर चिपके रहेंगे तो जाहिर है कि परिवार में कलह होगी ही..शारीरिक और मानसिक रूप से भी आप पर असर पड़ेगा। जीवन में संतुलन बहुत जरूरी है। हर चीज का समय होता है..मौका होता है..माहौल होता है..लेकिन हर जगह अगर आप मोबाइल को तवज्जो देंगे तो ये न तो आपकी सेहत के लिए ठीक होगा और न ही आपसे जुड़े लोगों के लिए..जैसे सिगरेट पीने वाला खुद को जितना नुकसान नहीं पहुंचाता उससे ज्यादा सामने वाले को धुआं देकर..यही हकीकत मोबाइल और सोशल मीडिया की लत के साथ है..बाकी फिर....
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