मुझे नहीं मालूम कि मेरा आगे भविष्य क्या है..आपको मालूम है... नहीं..ज्योतिषियों को मालूम है...ये बात अलग है कि उन्हें अपना भविष्य नहीं मालूम...निर्मल बाबा को नहीं मालूम था कि वो इतने ऊपर जाकर धड़ाम से नीचे गिरेंगे...बाबा आसाराम और नारायण साईं को नहीं मालूम था कि वो इतने दिन जेल में रहेंगे..ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं जो दूसरे का भविष्य तय कर रहे थे..आत्मा-परमात्मा का मिलन करा रहे थे..जीवन में तरक्की के उपाय सुझा रहे थे लेकिन आज उन्हें किसी दूसरे बाबा के पास जाने की जरूरत है..
अगर कोई माला या अंगूठी पहनने से हम वो पा लें जो पाना चाहते हैं तो इससे उत्तम क्या है..क्यों जीवन में इतनी मशक्कत करें..दस-बीस हजार में बिना मेहनत..बिना समय दिए काम बन जाए तो उससे बेहतर क्या...जीवन में कोई झूठ बोलता है तो उसे हम नीचा दिखाते हैं या उसे गिरा हुआ शख्स मानते हैं..हम किसी को बरगलाते हैं तो धोखेबाज माने जाते हैं..लेकिन ज्योतिषी की बात गलत हो जाने पर भी हम उसका पीछा नहीं छोड़ना चाहते। वो दूसरा उपाय बता देता है तो हम उसे करने लग जाते हैं कि शायद ये सही हो जाए।
दरअसल ज्योतिषी हो या डाक्टर..या वकील..या पुलिस..या मीडिया..जब हम उसके पास जाते हैं तो ये साफ जाहिर है कि हमें उससे काम हैं और उसी से संबंधित है। जब हमारा वक्त बहुत अच्छा चल रहा है तो क्या आप ज्योतिषी के पास जाएंगे...बिलकुल नहीं...जब आप सेहतमंद हैं तो डाक्टर के पास जाएंगे..बिलकुल नहीं...तो जब आप जाएंगे तो आपको देखकर वो समझ सकता है कि जीवन में कोई न कोई दिक्कत है। अगर वो कहता है कि आप परेशान हैं..आप हां में सिर हिलाएंगे..साथ ये भी कहेंगे कि बाबा जी आपको कैसे पता..बाबा जी बोलेंगे..बच्चा सब जानता हूं...जब किसी ज्योतिषी की बात सच निकलती है तो आप उसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश करते हैं जब गलत निकलती है तो कोई नहीं बोलता...आजकल ज्योतिषी देश और प्रधानमंत्री की भी कुंडली बनाते हैं..और देश को अच्छे से चलाने के लिए उनके पास उपाय भी हैं...देश लाखों..करोड़ों का बजट खर्च कर रहा है..लोगों पर जानलेवा इनकम टैक्स..सेल्स टैक्स लग रहा है..तो क्यों न ज्योतिषी की एक कैबिनेट बनाई जाए और प्रधानमंत्री उससे सलाह लें..देश को सर्व शक्तिशाली बनाएं..सब कुछ मुफ्त में हो जाएगा..लोग धन धान्य से भरपूर हो जाएंगे..जीवन में चैन ही चैन होगा..आनंद ही आनंद होगा....बाकी फिर...
अगर कोई माला या अंगूठी पहनने से हम वो पा लें जो पाना चाहते हैं तो इससे उत्तम क्या है..क्यों जीवन में इतनी मशक्कत करें..दस-बीस हजार में बिना मेहनत..बिना समय दिए काम बन जाए तो उससे बेहतर क्या...जीवन में कोई झूठ बोलता है तो उसे हम नीचा दिखाते हैं या उसे गिरा हुआ शख्स मानते हैं..हम किसी को बरगलाते हैं तो धोखेबाज माने जाते हैं..लेकिन ज्योतिषी की बात गलत हो जाने पर भी हम उसका पीछा नहीं छोड़ना चाहते। वो दूसरा उपाय बता देता है तो हम उसे करने लग जाते हैं कि शायद ये सही हो जाए।
दरअसल ज्योतिषी हो या डाक्टर..या वकील..या पुलिस..या मीडिया..जब हम उसके पास जाते हैं तो ये साफ जाहिर है कि हमें उससे काम हैं और उसी से संबंधित है। जब हमारा वक्त बहुत अच्छा चल रहा है तो क्या आप ज्योतिषी के पास जाएंगे...बिलकुल नहीं...जब आप सेहतमंद हैं तो डाक्टर के पास जाएंगे..बिलकुल नहीं...तो जब आप जाएंगे तो आपको देखकर वो समझ सकता है कि जीवन में कोई न कोई दिक्कत है। अगर वो कहता है कि आप परेशान हैं..आप हां में सिर हिलाएंगे..साथ ये भी कहेंगे कि बाबा जी आपको कैसे पता..बाबा जी बोलेंगे..बच्चा सब जानता हूं...जब किसी ज्योतिषी की बात सच निकलती है तो आप उसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश करते हैं जब गलत निकलती है तो कोई नहीं बोलता...आजकल ज्योतिषी देश और प्रधानमंत्री की भी कुंडली बनाते हैं..और देश को अच्छे से चलाने के लिए उनके पास उपाय भी हैं...देश लाखों..करोड़ों का बजट खर्च कर रहा है..लोगों पर जानलेवा इनकम टैक्स..सेल्स टैक्स लग रहा है..तो क्यों न ज्योतिषी की एक कैबिनेट बनाई जाए और प्रधानमंत्री उससे सलाह लें..देश को सर्व शक्तिशाली बनाएं..सब कुछ मुफ्त में हो जाएगा..लोग धन धान्य से भरपूर हो जाएंगे..जीवन में चैन ही चैन होगा..आनंद ही आनंद होगा....बाकी फिर...